रघु वीर गद्यम् : ரகு வீர கத்யம் - (17 - 19) / 97 புஜ பலம் !
17. मोचित - जनक - हृदय - शङक - आतङ्क !
18. परिहृत - निखिल - नर - पति - वरण - जनक - दुहित - कुच - तट - विहरण - समुचित - कर - तल !
19. शत - कोटि - शत - गुण - कटिन - परशु - धर - मुनि - वर - कर - धृत - दुरवनम - तम - निज - धनु: - आकर्षण - प्रकाशित - पारमेष्ट्य !
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V.Sridhar